सिंगरौली की कहानियाँ: आवाज़ जो दब न सकी

11/11/20251 min read

mysingrauli.com – हमारे अधिकार, हमारी आवाज़

सिंगरौली की धरती ऊर्जा की राजधानी मानी जाती है। यहाँ कोयला, बिजली और उद्योगों का विस्तार पूरे देश की प्रगति से जुड़ा हुआ है। लेकिन इसी विकास की चमक के पीछे कई ऐसी कहानियाँ छिपी हैं जिनमें घर उजड़े हैं, खेत छूटे हैं और लोगों के सपने बिखर गए हैं। mysingrauli.com का उद्देश्य उन आवाज़ों को सामने लाना है जो विस्थापन के शोर में दबा दी गई हैं। यह वेबसाइट सिंगरौली और आसपास के क्षेत्रों में हो रहे विस्थापन, पुनर्वास और न्याय से जुड़े मुद्दों को उजागर करने और आम जनता को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का माध्यम है।

हम मानते हैं कि विकास तभी सार्थक होता है जब उसमें इंसानियत और समानता हो। mysingrauli.com ऐसे हर व्यक्ति के लिए बनाया गया है जो किसी न किसी रूप में विस्थापन की पीड़ा को झेल चुका है या भविष्य में उसका सामना कर सकता है। यह वेबसाइट जनसहभागिता का एक डिजिटल मंच है जहाँ सत्य, संवेदना और अधिकार के बीच संतुलन स्थापित करने की कोशिश की जाती है।

इस वेबसाइट के माध्यम से हम विस्थापन से जुड़े सभी पहलुओं को एक ही जगह लाने का प्रयास कर रहे हैं। यहाँ आप पाएँगे सिंगरौली क्षेत्र की उन परियोजनाओं का विस्तृत विवरण जो लोगों के जीवन को प्रभावित कर चुकी हैं। हर परियोजना के पीछे की कहानी, कितने गाँव प्रभावित हुए, कितने लोग पुनर्वासित हुए और वास्तविक स्थिति क्या है — ये सब जानकारी पारदर्शी रूप में उपलब्ध होगी। साथ ही, “मेरा गाँव मेरी कहानी” सेक्शन के जरिए हम उन परिवारों की सच्चाई और संघर्ष प्रस्तुत करेंगे जिनकी ज़मीन विकास की कीमत बन गई।

mysingrauli.com का एक प्रमुख उद्देश्य है अधिकारों की जानकारी आसान भाषा में जनता तक पहुँचाना। बहुत से लोग यह नहीं जानते कि भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन अधिनियम 2013 (RFCTLARR Act 2013) के तहत उन्हें उचित मुआवज़ा, रोजगार और पुनर्वास का अधिकार प्राप्त है। इस वेबसाइट पर आपको इस कानून से जुड़ी सभी जानकारियाँ सरल हिंदी में मिलेंगी ताकि कोई भी ग्रामीण या नागरिक बिना किसी कानूनी सहायता के भी अपने अधिकारों को समझ सके।

हमने साइट में एक विशेष अनुभाग “हक की बात” भी शामिल किया है, जहाँ बताया जाएगा कि कैसे लोग सूचना का अधिकार (RTI) इस्तेमाल कर सरकारी फाइलों और पुनर्वास रिकॉर्ड की जानकारी मांग सकते हैं। यहाँ आरटीआई फाइल करने की प्रक्रिया, नमूना आवेदन और उपयोगी सुझाव दिए जाएंगे ताकि हर कोई अपने जिले या ग्राम पंचायत स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित कर सके। इसके अलावा, पर्यावरण सुरक्षा कानून और ग्रामसभा की शक्तियों से जुड़ी जानकारियाँ भी दिए जाने की योजना है ताकि लोग अपनी सामुदायिक ताकत का उपयोग कर सकें।

सिंगरौली के विस्थापन की कहानी सिर्फ आँकड़ों की कहानी नहीं है। यह उस किसान की कहानी है जिसकी जमीन पीढ़ियों से अन्न देती रही, उस माँ की कहानी है जिसने अपने आँगन को कारखाने की धूल में खो दिया, और उन बच्चों की कहानी है जो अपने गाँव को नक्शे से मिटते देख रहे हैं। mysingrauli.com उन भावनाओं को शब्द देता है जिन्हें सरकारी रिपोर्टें अक्सर भूल जाती हैं। हमारा लक्ष्य है उन आवाज़ों को राष्ट्रीय स्तर पर मंच देना ताकि नीति निर्माता असली मसलों को समझ सकें।

यह वेबसाइट किसी एक संस्था या विचारधारा की नहीं, बल्कि जनता की है। हम चाहते हैं कि सिंगरौली के युवा, पत्रकार, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक इसमें भाग लें। वे अपने अनुभव, वीडियो और लेख भेज सकते हैं ताकि यह मंच सच्चाई का अभिलेख बन सके। हर साझा की गई कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक साक्ष्य होगी कि सिंगरौली का विकास किन परिस्थितियों से गुज़रा।

mysingrauli.com उन लोगों के लिए भी उपयोगी है जो पुनर्वास या मुआवज़ा प्राप्त करने की प्रक्रिया में संघर्ष कर रहे हैं। यहाँ उन्हें व्यावहारिक मार्गदर्शन मिलेगा कि वे कौन से दस्तावेज़ तैयार करें, किन विभागों से संपर्क करें, और यदि उन्हें न्याय न मिले तो आगे की कानूनी कार्यवाही क्या हो सकती है। साथ ही, हम यह भी बताएँगे कि कैसे विभिन्न सरकारी योजनाओं से विस्थापित परिवार शिक्षा, रोजगार और आवास का लाभ ले सकते हैं।

हमारी दृष्टि स्पष्ट है – विकास का अर्थ केवल उद्योग नहीं, इंसान भी है। जब किसी परियोजना से हजारों लोग अपने घर और खेत खोते हैं, तो यह किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि पूरे समाज का मुद्दा बन जाता है। इसलिए mysingrauli.com का मिशन है जन-जागरूकता और न्याय के बीच सेतु बनना। हम किसी नीति या व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि असमानता और अन्याय के खिलाफ हैं। हमारी आवाज़ शांत नहीं होगी जब तक हर विस्थापित परिवार को उसके अधिकार और सम्मान नहीं मिल जाते।

mysingrauli.com का संदेश सरल और सशक्त है – "विकास जरूरी है, लेकिन न्याय के बिना नहीं।" यह वेबसाइट सिंगरौली की सच्चाई, लोगों की पीड़ा और उनके अधिकारों की पहचान है। जब जनता जागरूक होगी, तभी संपूर्ण विकास संभव होगा। mysingrauli.com के साथ जुड़ें, अपनी कहानी साझा करें, और सिंगरौली को सच में न्यायपूर्ण विकास की राह पर ले चलें।